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हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने एसपी संजीव कुमार गांधी को उनकी ट्रांसफर को लेकर दाखिल की गई लेटर्स पेटेंट अपील (LPA) में आंशिक राहत दी है। अदालत ने उनके स्थानांतरण आदेश को पूरी तरह खारिज नहीं किया, लेकिन कुछ अहम निर्देश दिए हैं।

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पौंग बांध विस्थापितों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार जताया है। वर्षों से अपने अधिकारों और पुनर्वास की मांग कर रहे विस्थापितों को अब राहत मिली है। देहरा में आयोजित जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री ने 3000 विस्थापित परिवारों को भू-आवंटन प्रमाण पत्र सौंपे और 3 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की। इस कदम को विस्थापितों ने “न्याय की ओर पहला ठोस कदम” बताया है। इसके साथ ही नंदपुर में 145 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले पुल और बंखंडी चिड़ियाघर जैसी परियोजनाओं की भी घोषणा की गई।

विमल नेगी प्रकरण को लेकर उठ रही सियासी हलचल के बीच पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा ने नहीं, बल्कि विमल नेगी के परिजनों ने खुद CBI जांच की मांग की है।

भाजपा विधायक डॉ. जनक राज ने राज्य सरकार पर आरोप लगाए हैं कि वह कबायली क्षेत्रों की लगातार अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार को मुझसे व्यक्तिगत शिकायत है, तो उसकी सजा मेरे क्षेत्र की जनता को क्यों दी जा रही है।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर राज्य के अहम मुद्दों पर चर्चा की। बैठक में बाढ़ राहत, सड़क परियोजनाएं, ग्रीन एनर्जी और पर्यटन को बढ़ावा देने के विषयों को प्रमुखता से उठाया गया।

विमल नेगी मौत मामले में पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि जांच के दौरान पुलिस ने सबूत मिटाने की कोशिश की, लेकिन अब CBI जांच से सच्चाई सामने आएगी।

विमल नेगी मौत मामले में सरकार की ओर से स्पष्ट रुख सामने आया है। मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा कि इस संवेदनशील मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के लिए सरकार प्रतिबद्ध है, और इसमें किसी प्रकार का राजनीतिक या प्रशासनिक हस्तक्षेप नहीं होगा।

कांगड़ा पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपये की अवैध संपत्ति सीज कर दी है। एसएसपी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि यह संपत्तियां नशे के कारोबार से अर्जित की गई थीं, और पुलिस अब माफिया नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने के लिए सख्त कदम उठा रही है।

विमल नेगी की रहस्यमयी मौत की जांच अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंप दी गई है। हाईकोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच एजेंसी को निर्देश दिए हैं कि टीम में हिमाचल कैडर का कोई अधिकारी शामिल न किया जाए, ताकि निष्पक्षता बनी रहे।