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भारत-अमेरिका व्यापार विवाद: ट्रंप ने फिर जताई नाराजगी, बोले- ‘भारत दुनिया का टैरिफ किंग’

FILE PHOTO: U.S. President Donald Trump meets with Indian Prime Minister Narendra Modi at the White House in Washington, D.C., U.S., February 13, 2025. REUTERS/Kevin Lamarque/File Photo

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत और अमेरिका के संबंध काफी अच्छे हैं, लेकिन उनकी सबसे बड़ी समस्या भारत द्वारा लगाए जाने वाले ऊंचे शुल्क हैं। उन्होंने भारत को दुनिया में सबसे अधिक सीमा शुल्क लगाने वाले देशों में से एक बताया और दो अप्रैल से भारत से होने वाले आयात पर जवाबी शुल्क लगाने की अपनी चेतावनी को दोहराया।

अमेरिकी समाचार वेबसाइट ‘ब्रेइटबार्ट न्यूज’ को दिए एक साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी शिखर वार्ता अच्छी रही, लेकिन भारत का ऊंचा सीमा शुल्क उनके लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। ट्रंप ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत इन शुल्कों में कटौती करेगा, लेकिन यदि ऐसा नहीं होता तो अमेरिका भी भारत से वही शुल्क वसूलेगा जो भारत अमेरिकी उत्पादों पर लगाता है।

ट्रंप ने भारत की व्यापार नीति की पहले भी आलोचना की है और उसे ‘टैरिफ किंग’ कहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत लंबे समय से अमेरिकी उत्पादों पर ऊंचे शुल्क लगाता रहा है, जिससे अमेरिकी कंपनियों को नुकसान होता है। पिछले महीने व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री मोदी के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भी उन्होंने इस मुद्दे को उठाया था। मार्च की शुरुआत में उन्होंने यह भी कहा था कि भारत अपने टैरिफ में कटौती करने पर सहमत हो गया है, हालांकि भारत सरकार ने इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।

वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने 10 मार्च को संसदीय समिति के सामने कहा था कि इस मुद्दे पर बातचीत अभी जारी है और भारत और अमेरिका के बीच व्यापार शुल्क को लेकर कोई ठोस समझौता नहीं हुआ है।

इसके अलावा, ट्रंप ने भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप-आर्थिक गलियारे (आईएमईसी) पर भी अपनी राय दी। उन्होंने इसे व्यापार में अमेरिकी हितों की रक्षा करने वाले देशों का एक मजबूत गठबंधन बताया और कहा कि यह समूह उन देशों का मुकाबला करने के लिए बना है जो अमेरिका को व्यापारिक रूप से नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं।

ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका को अपने व्यापारिक साझेदारों के साथ संतुलित व्यवहार करना होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि अमेरिका अपने दुश्मनों से बेहतर बर्ताव करता है, लेकिन अब उसे अपने दोस्तों को भी प्राथमिकता देनी होगी।

उन्होंने भारत के साथ व्यापारिक रिश्तों में पारदर्शिता और संतुलन की जरूरत पर जोर दिया और संकेत दिया कि यदि भारत अपने व्यापार शुल्क में कटौती नहीं करता तो अमेरिका भी उसी के अनुरूप कदम उठाएगा।

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