‘ऑपरेशन सिंदूर’: नाम के पीछे का दर्द और प्रतीक
‘Operation Sindoor’ से बेहतर नाम शायद इस कार्रवाई के लिए हो ही नहीं सकता था। यह केवल एक सैन्य प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि उस सिंदूर का जवाब था जो बैसरन घाटी में मासूम महिलाओं की मांग से जबरन मिटा दिया गया था। आतंकियों ने 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में धर्म पूछकर गोलियां चलाईं और महिलाओं के सामने उनके पतियों की हत्या कर दी।

भारत की निर्णायक कार्रवाई
इस हमले के जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान के बहावलपुर तक 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर तबाह कर दिया। इस ऑपरेशन को “ऑपरेशन सिंदूर” नाम दिया गया, जिसे सूत्रों के अनुसार स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुना।
- एयरस्ट्राइक में 70 से अधिक लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी और हैंडलर मारे गए।
- यह संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि कई घायलों की हालत गंभीर है।
- यह कार्रवाई पाकिस्तान के गहरे भीतर तक की गई, जिससे उनकी रणनीतिक हैसियत पर असर पड़ा है।
सांस्कृतिक प्रतीक बन गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’
भारतीय संस्कृति में सिंदूर सुहाग का प्रतीक है। जब आतंकियों ने पुरुषों की हत्या की, तो उनका इरादा सिर्फ जान लेना नहीं था—वे उस सांस्कृतिक पहचान पर भी प्रहार कर रहे थे जो एक विवाहिता महिला के जीवन का आधार होती है। जब महिलाओं के माथे से सिंदूर मिटा, भारत ने भी तय किया कि अब जवाब सटीक और करारा होगा।
“जाओ, अपनी सरकार को बता देना…” – बैसरन घाटी में आतंकियों के ये शब्द साबित करते हैं कि यह हमला योजनाबद्ध और सांप्रदायिक था।
पीड़ा का जवाब, आंखों का बदला
हमले के दिन घाटी में कई नवविवाहित जोड़े भी मौजूद थे। एक नवविवाहिता अपने पति की लाश के पास बैठी रही — इस दृश्य ने पूरे देश को झकझोर दिया। उसी क्षण से यह स्पष्ट हो गया था कि भारत इस बार चुप नहीं रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संकल्प लिया और कहा, “आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा।”
स्पष्ट संदेश: आतंक के हर सिर को कुचला जाएगा
‘ऑपरेशन सिंदूर’ इस बात का प्रतीक है कि भारत अब केवल सहने वाला देश नहीं रहा। जो आंखें नम हुईं थीं, उन्हें जवाब मिला है। आतंक के हर ठिकाने को नष्ट कर भारतीय सेना ने दिखा दिया कि दुश्मन चाहे कहीं भी छिपे हो, उसके लिए माफी नहीं होगी।
मुख्य बिंदु (Highlights):
- ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में 9 आतंकी ठिकाने तबाह
- कार्रवाई में 70 से ज्यादा लश्कर आतंकी ढेर
- बैसरन घाटी में टारगेट कर की गई थी हिंदू पुरुषों की हत्या
- भारतीय संस्कृति पर सीधा हमला था ये आतंकी वारदात
- पीएम मोदी के निर्देश पर नाम रखा गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’
- देशभर में महिलाओं और परिवारों की पीड़ा को मिला जवाब
- PoK और पाकिस्तान के भीतर की गई कार्रवाई
- आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को भारी नुकसान
- सांप्रदायिक आतंकवाद पर सीधा हमला
- संदेश स्पष्ट: भारत अब हर हमला भूलेगा नहीं, जवाब देगा