पर्यटन सीज़न के चरम पर रहने के बीच हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग ने होटलों में अग्निशमन (फायर फाइटिंग) व्यवस्था को लेकर सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। खासतौर पर धर्मशाला जैसे भीड़भाड़ वाले पर्यटन केंद्रों में होटलों को सुरक्षा मानकों का पालन करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
धर्मशाला होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्वनी बाम्बा ने जानकारी देते हुए बताया कि पर्यटन विभाग के निर्देशों के बाद धर्मशाला के लगभग सभी होटलों में फायर फाइटिंग सिस्टम की समीक्षा की जा रही है। जो होटल तय मानकों पर खरे नहीं उतरते, वहां व्यवस्थाओं को अपडेट किया जा रहा है।
इसके साथ ही, होटल इंडस्ट्री 5 जून को मनाए जाने वाले ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ के अवसर पर एक विशेष अभियान शुरू करने जा रही है। इस अभियान में होटल संचालकों द्वारा पर्यावरण संरक्षण, जल और बिजली की बचत, और प्लास्टिक का कम से कम उपयोग जैसे मुद्दों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
अश्वनी बाम्बा ने कहा, “हम पर्यटकों की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण, दोनों को प्राथमिकता दे रहे हैं। होटल इंडस्ट्री अब पर्यावरण के प्रति अधिक सजग हो चुकी है।”
पर्यटन विभाग ने भी स्पष्ट कर दिया है कि जिन होटलों में फायर फाइटिंग सिस्टम अधूरा पाया गया, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। विभाग का उद्देश्य हिमाचल को एक सुरक्षित, स्वच्छ और टिकाऊ पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना है।