हिमाचल प्रदेश के ऊना में सिख संगठनों द्वारा जरनैल सिंह भिंडरावाला के समर्थन में प्रदर्शन किया गया, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस दौरान पुलिस और होमगार्ड के जवानों की भारी तैनाती की गई थी। प्रदर्शनकारियों ने कुल्लू में भिंडरावाला की फोटो वाला झंडा उतारे जाने पर नाराजगी जताई और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
भिंडरावाला को बताया ‘आइडल’
बुधवार को म्युनिसिपल पार्क, ऊना में कई सिख संगठनों के पदाधिकारी और युवा एकत्र हुए। उन्होंने भिंडरावाला के झंडे के साथ “जो बोले सो निहाल” के जयकारे लगाए और उन्हें “संत” बताते हुए अपना आदर्श बताया।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कुल्लू जिले में भिंडरावाला की तस्वीर वाला झंडा उतारने और उसे कथित रूप से अपमानित करने की घटना ने सिख समुदाय की भावनाओं को आहत किया। उन्होंने झंडा उतारने वाले के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की।
खरड़ में हिमाचल की बस पर हमले को बताया ‘रिएक्शन’
सिख युवकों ने कहा कि पंजाब के खरड़ में हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) की हमीरपुर डिपो की बस पर हुआ हमला, कुल्लू की घटना की प्रतिक्रिया थी। हालांकि, उन्होंने इस हिंसा की निंदा करते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।

शहर में बढ़ी सुरक्षा, पुलिस रही मुस्तैद
प्रदर्शन को देखते हुए ऊना पुलिस प्रशासन ने अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया। एसपी ऊना राकेश शर्मा ने बताया कि शहर में पुलिस अलर्ट पर है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
“शांति बनाए रखना दोनों पक्षों की जिम्मेदारी”
प्रदर्शनकारी युवकों ने कहा कि जहां सिख समुदाय की संख्या कम होती है, वहां उन्हें दबाने की कोशिश की जाती है। हालांकि, उन्होंने माना कि शांति और सौहार्द बनाए रखना दोनों पक्षों की जिम्मेदारी है।
सिख संगठनों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि कुल्लू में झंडा उतारने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।