Shimla: हिमाचल प्रदेश में शराब ठेकों की बिक्री को लेकर सरकार की नई रणनीति कारगर साबित हो रही है। राज्य सरकार द्वारा लागू की गई सिंगल टेंडर नीति के चलते अब ठेकों की बिक्री में प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है, जिससे सरकारी खजाने में बढ़ोतरी की उम्मीद है।
कांगड़ा जिले में एक शराब ठेका, जिसे 19 लाख रुपये के रिजर्व प्राइज पर रखा गया था, वह 88 लाख रुपये में बिक गया। यह आंकड़ा न केवल सरकार के लिए फायदेमंद रहा बल्कि इससे यह भी साफ हुआ कि सिंगल टेंडर पॉलिसी से मोनोपली खत्म हो रही है। बताया जा रहा है कि नूरपुर के ठेकेदारों ने कांगड़ा में भी बोली लगाई, जिससे पहले से जमी ठेकेदारों की पकड़ कमजोर पड़ी।
शिमला सहित अन्य जिलों में भी यही रुझान देखने को मिला। बुधवार को शिमला, मंडी, बिलासपुर, लाहौल, कुल्लू और कांगड़ा में करीब 400 शराब ठेकों की बिक्री होनी थी, जिनमें से 290 से अधिक ठेके सफलतापूर्वक बिक गए।
कुछ ठेके तो रिजर्व प्राइज से काफी ज्यादा कीमत पर बिके, जिनमें से कुछ एक करोड़ रुपये से भी ऊपर में नीलाम हुए। इससे पहले इन जिलों में शराब ठेकों की बिक्री में काफी दिक्कत आ रही थी।