मुख्यमंत्री सुकविंदर सिंह सुक्खू ने एक बार फिर दोहराया है कि विमल नेगी केस में सरकार सीबीआई जांच से पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमने पहले ही यह साफ कर दिया है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सीबीआई से जांच करवाई जाएगी। किसी भी तरह की लीपापोती या सबूतों से छेड़छाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
विमल नेगी, जो कि लोक निर्माण विभाग में मुख्य अभियंता के पद पर कार्यरत थे, उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा दिया था। इस मामले में विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाए थे कि वह सच्चाई को दबाने की कोशिश कर रही है। इसी बीच सरकार ने मामले को सीबीआई को सौंपने का निर्णय लिया।
सीएम सुक्खू ने यह भी कहा कि सरकार न्यायिक प्रक्रिया में किसी तरह का हस्तक्षेप नहीं करेगी और जांच एजेंसी को पूरा सहयोग दिया जाएगा।
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “कुछ लोग इस संवेदनशील मामले पर सस्ती राजनीति कर रहे हैं, जबकि हमारा मकसद सिर्फ और सिर्फ न्याय सुनिश्चित करना है।”
सरकार के इस रुख से यह साफ है कि हिमाचल प्रदेश में अब संवेदनशील मामलों की जांच में पारदर्शिता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। अब निगाहें सीबीआई जांच पर टिकी हैं, जिससे मामले की सच्चाई सामने आ सके।