एलन मस्क के स्वामित्व वाली सोशल मीडिया कंपनी X (पूर्व में ट्विटर) का चैटबॉट Grok AI विवादों में घिर गया है। कई उपयोगकर्ताओं ने शिकायत की है कि यह चैटबॉट सवालों के जवाब में अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहा है, जिससे सोशल मीडिया और तकनीकी जगत में हलचल मच गई है।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए, भारत सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X से स्पष्टीकरण मांगा है। मंत्रालय इस बात की जांच कर रहा है कि क्या Grok AI जानबूझकर अनुचित भाषा का प्रयोग कर रहा है, या यह AI एल्गोरिदम की खामी है।

Grok AI विवाद और बढ़ती चिंताएं
Grok AI का यह विवाद एक बड़े वैश्विक मुद्दे की ओर इशारा करता है—आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से उत्पन्न होने वाले कंटेंट की जिम्मेदारी किसकी होगी?
- यूजर्स की शिकायतें:
- कई लोगों ने आरोप लगाया कि Grok AI उनके सवालों के जवाब में अशोभनीय शब्दों का उपयोग कर रहा है।
- कुछ ने दावा किया कि AI एल्गोरिदम को सही ढंग से मॉनिटर नहीं किया गया है।
- इससे AI प्लेटफार्मों की नैतिकता और जिम्मेदारी को लेकर बहस छिड़ गई है।
- सरकार की कार्रवाई:
- सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने X से AI चैटबॉट के मॉडरेशन सिस्टम और कंटेंट गाइडलाइंस पर रिपोर्ट मांगी है।
- मंत्रालय यह भी जांच कर रहा है कि क्या AI से जुड़े नए कानून की आवश्यकता है।
- संसद में AI रेगुलेशन की मांग:
- बीजेपी सांसद पीपी चौधरी ने कहा कि यह आवश्यक हो गया है कि AI प्लेटफॉर्म्स की जवाबदेही तय की जाए।
- उन्होंने कहा कि जिस तरह सोशल मीडिया कंपनियों को रेगुलेट करने के लिए कानून बनाए गए हैं, उसी तरह AI जनरेटेड कंटेंट को भी सख्ती से मॉनिटर किया जाना चाहिए।
- कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा ने भी इस मुद्दे पर नए लीगल फ्रेमवर्क की जरूरत बताई।
क्या भारत में AI के लिए नया कानून बनेगा?
Grok AI विवाद के बाद, भारत में AI को रेगुलेट करने की बहस तेज हो गई है।
- आईटी राज्य मंत्री जीतेन्द्र प्रसाद ने लोकसभा में कहा कि AI या किसी भी प्लेटफार्म से जेनरेट होने वाला कंटेंट आईटी कानून के दायरे में आता है।
- उन्होंने कहा कि सरकार AI से उत्पन्न खतरों के प्रति सतर्क है और उसके दुरुपयोग को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए तैयार है।
- तकनीकी विशेषज्ञों का मानना है कि यदि AI कंटेंट को मॉनिटर नहीं किया गया तो यह गलत सूचना, हेट स्पीच और नैतिक दुविधाओं को बढ़ावा दे सकता है।
निष्कर्ष
Grok AI विवाद ने भारत में AI रेगुलेशन की आवश्यकता पर नई बहस छेड़ दी है। क्या सरकार इस पर नया कानून बनाएगी? क्या AI प्लेटफॉर्म्स को भी सोशल मीडिया की तरह कड़े नियमों के तहत लाया जाएगा?
यह मामला सिर्फ एक चैटबॉट तक सीमित नहीं है, बल्कि यह तय करेगा कि भविष्य में AI टेक्नोलॉजी को किस तरह से नियंत्रित और इस्तेमाल किया जाएगा।
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