हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) की एक बस, जो मंगलवार रात वृन्दावन के लिए रवाना हुई थी, रास्ते में अज्ञात उपद्रवियों के पथराव का शिकार हो गई। घटना के समय बस में लगभग 45 यात्री सवार थे, जिनमें महिलाएं और बुजुर्ग भी शामिल थे। पथराव से बस की खिड़कियों के शीशे टूट गए और यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, गनीमत रही कि किसी यात्री को गंभीर चोट नहीं आई।
इस घटना को लेकर HRTC के उपाध्यक्ष अजय वर्मा ने बयान जारी करते हुए कहा, “हम यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेंगे। यह घटना बेहद निंदनीय है और हम स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं। दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाई जाएगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की घटनाओं से निगम की छवि और यात्रियों का भरोसा प्रभावित होता है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। HRTC प्रशासन ने घटना की जानकारी संबंधित राज्य के पुलिस अधिकारियों को दे दी है और जांच शुरू हो चुकी है।
यात्रियों ने भी इस बात की मांग की है कि इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए संवेदनशील रूटों पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की जाए।
HRTC की ओर से प्रभावित यात्रियों को हरसंभव सहायता उपलब्ध करवाई गई है और बस को क्षति के बाद वैकल्पिक वाहन से आगे रवाना किया गया। Stone Pelting on HRTC Bus En Route to Vrindavan, Vice Chairman Ajay Verma Vows Strict Action Against Culprits